देहरादून। केंद्र सरकार के निर्देश पर बुधवार को राजधानी देहरादून में युद्ध व हवाई हमले के दौरान नागरिकों की सुरक्षा, बचाव व राहत कार्यों की तैयारियों को परखने के उद्देश्य से सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान दून में हवाई हमले, आईएसबीटी में बम विस्फोट और एमडीडीए कॉलोनी में बिल्डिंग गिरने की सूचना प्राप्त हुई, जिसके बाद बचाव व राहत अभियान चलाया गया। इस दौरान नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक उपाय भी किए गए।
जिला आपदा परिचालन केंद्र में अपराह्न चार बजकर 10 मिनट पर शहर में हवाई हमला होने की सूचना मिली। इस पर आईआरएस के रिस्पांसिबल ऑफिसर व जिलाधिकारी सविन बंसल ने घटना पर शहरवासियों को सायरन के माध्यम से अलर्ट करवाते हुए जिले में इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम को सक्रिय किया। जिलाधिकारी ने एनआईसी में स्थापित कंट्रोल रूम पहुंचकर आईआरएस की कमान संभाली। हवाई हमले के दौरान पूरे एरिया में ब्लैक आउट किया गया।
सिविल डिफेंस ने करीब पांच मिनट बाद रेड अलर्ट सायरन बजाया। कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि आईएसबीटी और एमडीडीए कॉलोनी देहरादून मे बमबारी की घटना घटित हुई है। मिसाइल हमले से एमडीडीएम कॉलोनी में एक बिल्डिंग ध्वस्त होने से कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना मिली। जिलाधिकारी ने आईआरएस से जुड़े सभी नोडल अधिकारियों को अपने कार्यक्षेत्र में उपस्थित होने और राहत एवं बचाव कार्य करने के दिशा निर्देश दिए गए। रेस्क्यू टीम को तत्काल घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। रेस्क्यू टीम करीब 20 मिनट बाद घटनास्थल पर पहुंची और बचाव व राहत कार्य शुरू किया।
इस घटना में पांच लोगों की मृत्यु और 23 लोगों के घायल होने की जानकारी दी गई। घायलों को रेस्क्यू कर एंबुलेंस से कोरोनेशन अस्पताल पहुंचाया गया। शाम छह बजकर आठ मिनट पर एमडीडीए कॉलोनी में सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हुआ। एमडीडीए कॉलोनी से 10 पुरुष, 14 महिलाओं व 12 बच्चों सहित कुल 36 लोगों को बस से शेल्टर होम पहुंचाया गया।
इसी दौरान, शाम करीब पौने पांच बजे आईएसबीटी में बम विस्फोट से भगदड़ की सूचना मिली। जिलाधिकारी ने तत्काल एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, मेडिकल सहित टास्कफोर्स को घटना स्थल के लिए रवाना किया। रेस्क्यू टीम ने करीब 10 मिनट बाद घटनास्थल पर पहुंच कर भगदड़ को नियंत्रित किया और सर्च व रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस घटना में दो लोगों की मौत, पांच के गंभीर घायल और एक के सामान्य घायल होने की जानकारी दी गई। सामान्य घायल व्यक्ति को रेस्क्यू कर एंबुलेंस से कोरोनेशन अस्पताल पहुंचाया गया। शाम छह बजकर पांच मिनट पर आईएसबीटी में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हुआ।
जिलाधिकारी सविन बंसल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह कंट्रोल रूम से दोनों घटना स्थलों पर राहत और बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग की। जिलाधिकारी के निर्देश पर दोनों घटनास्थल पर क्षति आंकलन करते हुए इसकी रिपोर्ट कंट्रोल रूम को दी गई। मॉक ड्रिल में शामिल लोगों को इंस्टीडेंट कमांडर ने ब्रीफ किया, जिसके बाद ड्रिल समाप्त की गई। इस दौरान जिला प्रशासन की पूरी आईआरएस के नोडल अधिकारी मौजूद रहे।