Thursday, April 17, 2025
Home ताजा खबर निकाय चुनाव तैयारी की मंद रफ्तार पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार का...

निकाय चुनाव तैयारी की मंद रफ्तार पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार का किया जवाब तलब

कोर्ट ने पूछा, निकाय चुनाव की क्या तैयारी है? दो हफ्ते में बताएं

दून वैली के अवैध निर्माण पर भी हाईकोर्ट सख्त, आदेश नहीं मानेंगे तो मुख्य सचिव होंगे तलब

निकाय चुनाव की अगली सुनवाई 1 नवंबर को

2 दिसंबर को पूरा हो रहा है निकायों का कार्यकाल

नैनीताल। निकाय चुनाव के बाबत कोई सरगर्मी नजर नहीं दिखने पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को दो हफ्ते के अंदर चुनाव के बाबत स्थिति साफ करने को कहा है। और प्रदेश में प्रस्तावित निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर हाईकोर्ट ने सरकार का जवाब तलब किया है। जसपुर निवासी अनीस की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की खंडपीठ ने पूछा कि क्यों नहीं अभी तक स्थानीय निकाय चुनाव की प्रक्रिया आरम्भ नहीं की गई। जबकि पालिकाओं का कार्यकाल दो दिसंबर को खत्म हो रहा है। हाईकोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग को निर्देश दिए हैं कि दो हफ्ते के भीतर यह बताए कि चुनाव कराने के लिए उनकी क्या तैयारी है। अगली सुनवाई एक नवंबर को होगी।

गौरतलब है कि जसपुर के अनीस ने जनहित याचिका दायर कर कहा था कि प्रदेश के निकायों के कार्यकाल 2 दिसंबर को खत्म हो रहा है। याचिका में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा गया कि पालिकाओं का 5 वर्षीय कार्यकाल समाप्त होने से छह माह पहले चुनावी कार्यक्रम घोषित किया जाना चाहिए। जबकि उत्तराखण्ड में पालिकाओं के कार्यकाल में दो माह ही शेष हैं और प्रदेश सरकार ने चुनाव कार्यक्रम तक घोषित नहीं किया है। गौरतलब है कि शहरी विकास विभाग इन दिनों निकायों के परिसीमन व अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग की संस्तुतियों को लेकर होमवर्क में जुटा है। बहरहाल, हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार को निकाय चुनाव की बाबत अपनी तैयारियों को तेज करना होगा।

आदेश नहीं मानें तो मुख्य सचिव होंगे तलब

हाईकोर्ट ने दून वैली में बगैर मास्टर प्लान व पर्यटन प्लान के हो रहे अवैध निर्माण कार्य रोक लगाने के लिए पूर्व में जारी आदेशों का पालन करने के लिए सरकार को दो हफ्ते का और समय दिया है। कोर्ट ने कहा है यदि आदेश का पालन न हुआ तो अगली तारीख को मुख्य सचिव को कोर्ट में पेश होना होगा। गौरतलब है कि दिल्ली निवासी आकाश वशिष्ठ की याचिका पर कोर्ट ने सरकार से चार हफ्ते में पर्यटन विकास प्लान तैयार करने को कहा है। मंगलवार को कोर्ट के संज्ञान में लाया गया कि सरकार ने मास्टर प्लान तैयार कर उसे मंजूरी के लिए केंद्र को भेज दिया है।

इस पर कोर्ट ने प्लान प्रस्तुत करने को कहा पर इसे सुनवाई के दौरान पेश नहीं किया जा सका। कोर्ट ने कड़ी नाराजगी व्यक्त कर माइनिंग व ग्रेजिंग की पॉलिसी पेश करने को कहा था जिसे अब तक पेश नहीं किया गया। वहीं, माइनिंग के लिए केंद्र से मिली टूरिज्म डेवलपमेंट प्लान तैयार करने की एनओसी पेश करने के लिए कहा गया, पर इसे भी कोर्ट में पेश नहीं किया गया।

RELATED ARTICLES

प्रेमचंद इस्तीफे के बाद भी भाजपा को बहुत ज्यादा राहत की उम्मीद नहीं, क्या नया आंदोलन होगा शुरू?

अनिल चन्दोला देहरादून। पिछले कई समय से विवादों से घिरे प्रेमचंद अग्रवाल ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। बजट सत्र में उनकी टिप्पणी...

स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की लखपति दीदी बनने की राह होगी आसान, महिलाओं को दी ट्रेनिंग

देहरादून। उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूएसआरएलएम) से जुड़ी स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की लखपति दीदी बनने की राहत आसान होगी। इसके लिए...

महिला दिवस पर विमर्श संवाद एवं सम्मान समारोह आयोजित, वक्ता बोले बेहतर समाज के लिए लिंगभेद मिटाना जरूरी

वरदान संस्था की ओर से आयोजित विमर्श संवाद एवं सम्मान समारोह में कई वक्ताओं ने रखी राय शुक्रवार को चकराता रोड स्थित इंस्टीट्यूट...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

उत्तराखंड के नाम बड़ी उपलब्धिः ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रूट पर देश की सबसे लंबी रेल सुरंग हुई आर-पार

देहरादून। बहुप्रतिक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में उत्तराखंड के नाम पर बुधवार को एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई। देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक देश की...

अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को देना होगा अचल संपत्ति का विवरण, मुख्य सचिव ने दिए निर्देश

देहरादून। प्रदेश में तैनात अखिल भारतीय सेवा के सभी अधिकारियों को अपनी अचल संपत्ति का विवरण देना होगा। मंगलवार को सचिवालय में सचिव समिति...

चारधाम यात्राः श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, अतिरिक्त पीजी डॉक्टरों की होगी तैनाती

देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को इस वर्ष बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। राज्य सरकार के अनुरोध पर राष्ट्रीय...

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) में फिर शह-मात का खेल, उपाध्यक्ष धीरज भंडारी की सदस्यता निरस्त

देहरादून। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) के पदाधिकारियों के बीच चल रहा शह और मात का खेल लगातार जारी है। पदाधिकारी एक-दूसरे खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप...

Recent Comments