Sunday, April 20, 2025
Home हेल्थ डायबिटीज से लेकर हाई बीपी तक सब रहेगा अंडर कंट्रोल, जानें सर्दियों...

डायबिटीज से लेकर हाई बीपी तक सब रहेगा अंडर कंट्रोल, जानें सर्दियों में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल

दिसंबर से लेकर जनवरी तक कड़ाके की ठंड पड़ती है. घरा कुहरा और कम तापमान मौसम में ठंडक बनाए रखता है। जिसका असर हेल्थ पर पड़ सकता है. इस मौसम में हार्ट पेशेंट से लेकर ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और डाइजेशन  पाचन की समस्याओं और मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर वालों के कई चुनौतियों से गुजरना पड़ सकता है। यही कारण है कि ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. ठंड में  सर्दी, फ्लू और सांस से जुड़ी दूसरी बीमारियां होना भी आम होता है। ऐसे में आइए जानते हैं सेहत को किस तरह ये दो महीने प्रभावित करते हैं…

सर्दी-जुकाम, फ्लू
जब भी तापमान में गिरावट होती है तो सर्दी-जुकाम और फ्लू की समस्याएं बढऩे लगती है. चूंकि इस मौसम में सूर्य की रोशनी कम मिल पाती है। जिससे विटामिन डी की शरीर में कमी होने लगती है और इम्यून पावर कमजोर होने लगता है. इससे बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है. इनसे बचने के लिए ठंड से बचाव के उपाय करने चाहिए।

ब्लड प्रेशर बढ़ाएगा परेशानी
सर्दियों में ब्लड प्रेशर की समस्या तेजी से बढ़ते हुए देखी जाती है। सर्दी के मौसम में बीपी ज्यादा और गर्मी में लो होती है. दरअसल, कम तापमान के चलते रक्त वाहिकाएं अस्थायी रूप से संकीर्ण होते हैं। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. संकुचित नसों और धमनियों के जरिए रक्त को प्रवाहित करने के लिए ज्यादा दबाव की जरूरत होती है. इसका हार्ट हेल्थ पर असर पड़ सकता है. इसी वजह से ठंड में हार्ट अटैक के केस ज्यादा पाए जाते हैं।

डायबिटीज मरीजों की बढ़ती है समस्या
सर्दियों में ब्लड प्रेशर ही नहीं डायबिटीज के मरीजों की परेशानी भी काफी हद तक बढ़ सकती है. तापमान में गिरावट होने के साथ कई डायबिटिक में ब्लड शुगर बढ़ जाता है। ठंडा मौसम शरीर का तनाव बढ़ा देता है, जिसके प्रतिक्रिया में शरीर ऊर्जा को बढ़ाने कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन रिलीज करता है। ये हार्मोन इंसुलिन प्रोडक्शन को कम कर ब्लड शुगर लेवल के बढ़ाते हैं. इस  स्थिति में किडनी, लिवर, हार्ट पर निगेटिव असर पड़ सकता है. इसे कंट्रोल में रखने शरीर को ठंड से बचाकर समय-समय पर दवाईयां लेते रहना चाहिए।

अस्थमा और सांस से जुड़ी समस्याएं
ऐसे लोग जो अस्थमा या सांस से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं, उनके लिए दिसंबर-जनवरी का महीना कठिन हो सकता है. ठंडी, शुष्क हवाएं और मौसम में अचानक से आए बदलाव से बलगम जैसी समस्याएं बढ़ती हैं. जिससे अस्थमा ट्रिगर और हार्ट अटैक बढ़ सकता है।

RELATED ARTICLES

चारधाम यात्राः श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, अतिरिक्त पीजी डॉक्टरों की होगी तैनाती

देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को इस वर्ष बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। राज्य सरकार के अनुरोध पर राष्ट्रीय...

खबरदारः मिलावटखोरों की अब खैर नहीं, पकड़े गए तो पांच लाख तक जुर्माना और छह साल तक कैद

देहरादून। प्रदेश में मिलावटखोरी करने वालों की अब खैर नहीं। मिलावटखोरी रोकने और लोगों को शुद्ध व सुरक्षित खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराने के उद्देश्य...

चार दिन से वेंटिलेटर पर उत्तराखंड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार घन्ना भाई, जिंदगी के लिए लड़ रहे लड़ाई

देहरादून। प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई की तबियत बिगड़ गई है। गंभीर हालत में उन्हें श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

खुशखबरीः दून के आदित्य ने रचा इतिहास, बिना कोचिंग पहले प्रयास में हासिल की देशभर में 654वीं रैंक

देहरादून। प्रतिष्ठित ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट (जेईई) मेंस में दून के आदित्य नारायण मीणा ने इतिहास रच दिया। आदित्य ने अपने पहले ही प्रयास में...

उत्तराखंड के नाम बड़ी उपलब्धिः ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रूट पर देश की सबसे लंबी रेल सुरंग हुई आर-पार

देहरादून। बहुप्रतिक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में उत्तराखंड के नाम पर बुधवार को एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई। देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक देश की...

अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को देना होगा अचल संपत्ति का विवरण, मुख्य सचिव ने दिए निर्देश

देहरादून। प्रदेश में तैनात अखिल भारतीय सेवा के सभी अधिकारियों को अपनी अचल संपत्ति का विवरण देना होगा। मंगलवार को सचिवालय में सचिव समिति...

चारधाम यात्राः श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, अतिरिक्त पीजी डॉक्टरों की होगी तैनाती

देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को इस वर्ष बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। राज्य सरकार के अनुरोध पर राष्ट्रीय...

Recent Comments