देहरादून। सिलक्यारा टनल मामले में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार और रेस्क्यू कार्यों में जुड़ी एजेंसियों पर बचाव के नाम पर प्रयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार और एजेंसियों के पास कोई स्पष्ट रेस्क्यू प्लान नहीं है। एक के बाद एक प्रयोग किए जा रहे हैं, जिसका कोई फायदा होता फिलहाल नहीं दिख रहा है।
उन्होंने कहा कि बहमूल्य जानों के साथ प्रयोग करने की इजाजत किसी को भी नहीं होनी चाहिए है। उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल 12 नवंबर को सुबह करीब 4 बजे धंस गई थी, जिसमें 41 श्रमिक फंसे हुए हैं। तब से कोई प्रभावी प्लान अभी तक लागू नहीं हो पाया है। उन्होंने यह भी कहा कि टनल में फंसे श्रमिकों को पर्याप्त भोजन और पानी पहुंचाने में भी सरकार असफल रही है।
पूर्ववर्ती सरकार में यशपाल आर्य आपदा प्रबंधन मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग फंसे हुए हैं, उनकी और उनके परिवारों की मनोस्थिति समझने की जरूरत है। साथ ही यह वक्त उन्हें हौसला देने और उम्मीद की किरण दिखाने का है।