देहरादून। उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूएसआरएलएम) से जुड़ी स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की लखपति दीदी बनने की राहत आसान होगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर लगातार महिलाओं के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित की जा रही है। रायपुर ब्लॉक में योजना के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें 250 महिलाओं ने हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी लगातार स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए प्रयास करने की बात कहते रहते हैं। इसको लेकर सरकार के स्तर से विभिन्न कार्यक्रम व योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। महिलाओं के क्षमता व कौशल विकास के लिए नियमित तौर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम व कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं, जहां उन्हें उत्पादन के साथ ही पैकेजिंग, मार्केटिंग और ब्रांडिंग का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इसी के तहत रायपुर ब्लॉक में आयोजित कार्यक्रम में आईआईएफटी मुंबई की मास्टर ट्रेनर वंदना शर्मा ने उन्हें ऐपण आर्ट, आर्टिफिशियल ज्वैलरी और सॉफ्ट टॉयज बनाने का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि वह महिलाओं को प्रशिक्षण और सहायता के लिए हमेशा तैयार हैं।
महिलाओं ने ग्राम पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा महिलाएं कार्यक्रम से जुड़ सकेंगी और उन्हें ज्यादा लाभ मिलेगा। साथ ही, महिलाओं की आवश्यकता और बाजार की डिमांड के मुताबिक उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग से उन्हें फायदा मिल रहा है।