Saturday, April 19, 2025
Home हेल्थ फलों के सेवन से जुड़े आम भ्रम और उनकी सच्चाई

फलों के सेवन से जुड़े आम भ्रम और उनकी सच्चाई

फल फाइबर, कैल्शियम, आयरन, विटामिन-ए, विटामिन-सी और विटामिन-के जैसे कई जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध होते हैं, जो सेहत को ढेरों लाभ पहुंचाते हैं।हालांकि, इंटरनेट पर फलों के सेवन को लेकर बहुत सारी गलत सूचनाएं वायरल होती रहती हैं, जिन्हें लोग सच मान लेते हैं, लेकिन इनकी सच्चाई कुछ और ही है।आइए आज हम आपको फलों को खाने से जुड़े कुछ भ्रम और उनकी सच्चाई बताते हैं।

भ्रम- फल हमेशा खाली पेट खाने चाहिए
शायद यह सबसे आम भ्रम है कि फल हमेशा खाली पेट खाने चाहिए, लेकिन यह बात सच से कोसों दूर है।सच्चाई तो यह है कि फल किसी भी समय खाए जा सकते हैं, लेकिन खाने के साथ इनका सेवन करना गलत माना जाता है।इसका कारण है कि भोजन के साथ फल खाने से पाचन की गति धीमी हो जाती है और यह ढंग से पच नहीं पाते हैं।यहां जानिए मीठे की लालसा को दूर करने वाले फल।

भ्रम- खाने से पहले या बाद में फल खाने से इनका पोषण खत्म हो जाता है
अगर आपका मानना है कि खाने से पहले और बाद में फल खाने से इनका पोषण खत्म हो जाता है तो बता दें कि यह भी एक गलत धारणा है।सच्चाई बस इतनी है कि भोजन के आसपास फल खाने से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है।सुबह जल्दी या भोजन के बीच में पर्याप्त अंतराल रखते हुए फल खाना आदर्श है और अगर आपको आंत से जुड़ी कोई समस्या नहीं है तो आप फलों के कुछ टुकड़े भी खा सकते हैं।

भ्रम- फलों की मिठास सेहत को नुकसान पहुंचाती है
अगर आप इस वजह से फलों का सेवन नहीं करते हैं कि इसमें बहुत अधिक मिठास होती है, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है तो आपको बता दें कि यह सिर्फ एक भ्रम है।सच बात तो यह है कि फलों में फ्रुक्टोज और विटामिन-बी की भरपूर मात्रा शामिल होती है।ये ऐसे पोषक तत्व हैं, जो प्राकृतिक चीनी का एक अच्छा स्रोत माने जाते हैं और इनसे सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।

भ्रम- मधुमेह रोगियों को फल नहीं खाने चाहिए
फल से जुड़ा एक भ्रम यह भी है कि इनका सेवन मधुमेह रोगियों को नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे उनकी मधुमेह की समस्या बढ़ जाती है, जबकि यह एक गलत तथ्य है।विशेषज्ञों की मानें तो मधुमेह रोगियों के लिए 55 से कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फलों का सेवन लाभदायक होता है।अगर मधुमेह रोगी सीमित मात्रा में फलों का सेवन करें तो इससे उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।यहां जानिए ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के तरीके।

भ्रम- फल खाने से शरीर में गर्माहट उत्पन्न होती है
कई लोगों का यह मानना है कि फल खाने से शरीर में गर्माहट उत्पन्न होने लगती है, लेकिन इस बात की सच्चाई से लोग अनजान हैं।दरअसल, कुछ फलों के छिलके में फाइटिक एसिड मौजूद होता है, जो शरीर में गर्माहट का कारण बनता है।अगर फल खाने से पहले उन्हें ठंडे पानी में एक-डेढ़ घंटे तक भिगोकर रख दें तो इस पर मौजूद फाइटिक एसिड धुल जाता है और शरीर को फलों के सेवन से ठंडक मिलती है।

RELATED ARTICLES

चारधाम यात्राः श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, अतिरिक्त पीजी डॉक्टरों की होगी तैनाती

देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को इस वर्ष बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। राज्य सरकार के अनुरोध पर राष्ट्रीय...

खबरदारः मिलावटखोरों की अब खैर नहीं, पकड़े गए तो पांच लाख तक जुर्माना और छह साल तक कैद

देहरादून। प्रदेश में मिलावटखोरी करने वालों की अब खैर नहीं। मिलावटखोरी रोकने और लोगों को शुद्ध व सुरक्षित खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराने के उद्देश्य...

चार दिन से वेंटिलेटर पर उत्तराखंड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार घन्ना भाई, जिंदगी के लिए लड़ रहे लड़ाई

देहरादून। प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई की तबियत बिगड़ गई है। गंभीर हालत में उन्हें श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

उत्तराखंड के नाम बड़ी उपलब्धिः ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रूट पर देश की सबसे लंबी रेल सुरंग हुई आर-पार

देहरादून। बहुप्रतिक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में उत्तराखंड के नाम पर बुधवार को एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई। देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक देश की...

अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को देना होगा अचल संपत्ति का विवरण, मुख्य सचिव ने दिए निर्देश

देहरादून। प्रदेश में तैनात अखिल भारतीय सेवा के सभी अधिकारियों को अपनी अचल संपत्ति का विवरण देना होगा। मंगलवार को सचिवालय में सचिव समिति...

चारधाम यात्राः श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, अतिरिक्त पीजी डॉक्टरों की होगी तैनाती

देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को इस वर्ष बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। राज्य सरकार के अनुरोध पर राष्ट्रीय...

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) में फिर शह-मात का खेल, उपाध्यक्ष धीरज भंडारी की सदस्यता निरस्त

देहरादून। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) के पदाधिकारियों के बीच चल रहा शह और मात का खेल लगातार जारी है। पदाधिकारी एक-दूसरे खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप...

Recent Comments